कांग्रेस आलाकमान ने अपने दो वरिष्ठ नेताओं को देहरादून भेजा है। दोनों लोग प्रदेश में चल रहे घमासान की थाह लेने और आलाकमान को जानकारी देंगे । अगले 3 दिन तक कांग्रेस में पूर्व विधायक पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष जिला अध्यक्ष पूर्व सांसदों के साथ बैठकों का दौर चलता रहेगा। कांग्रेस की तरफ से पर्यवेक्षक पीएल पुनिया और प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव देहरादून पहुंच चुके हैं।
प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव के खिलाफ उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने खोला मोर्चा खोला हुआ है। माना जा रहा है कि प्रदेश में चल रहे घमासान को निपटाने के लिए कांग्रेस आलाकमान ने यह टीम देहरादून भेजी है।कांग्रेस की समस्या यह है कि वह कई चुनाव लगातार उत्तराखंड में भी बीजेपी से हार रही है। अगले 6 महीने में उत्तराखंड में स्थानीय निकाय चुनाव होने हैं। उसके बाद अगले साल लोकसभा चुनाव होने हैं। पिछले स्थानीय निकाय चुनाव , 2 लोकसभा चुनाव और 2 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी के सामने घुटने टेक दिए।
उत्तराखंड में कांग्रेसी नेताओं के बीच रस्साकशी की खबरें चुनाव के बाद भी आम है। यही वजह है कि कांग्रेस आलाकमान थोड़ा परेशान दिखाई दे रहा है और उसने अपने दो वरिष्ठ नेताओं को देहरादून में भेजा है। लेकिन आलाकमान ने इन दोनों में से एक ऐसे नेता को देहरादून भेजा है, जिनके खिलाफ उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने मोर्चा खोला है । देवेंद्र यादव वर्तमान में उत्तराखंड के प्रभारी है और प्रीतम सिंह देवेंद्र यादव को राजनीति के क्षेत्र में बहुत गंभीर व्यक्ति नहीं मानते। अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि प्रीतम सिंह ने एक बयान दिया जिसमें उन्होंने कहा कि देवेंद्र यादव को राजनीति की एबीसीडी भी नहीं आती।
ऐसे में यह देखना काफी महत्वपूर्ण होगा कि देवेंद्र यादव और पीएल पुनिया उत्तराखंड कांग्रेस के भीतर चल रहे घमासान को कैसे शांत करने की कोशिश करेंगे । और कैसे यहां का फीडबैक लेकर वह आलाकमान को देंगे फिलहाल तीन तक कांग्रेस के भीतर बैठकों का दौर चलेगा उसके बाद शायद किसी नतीजे पर खुद कांग्रेसी नेता पहुंच पाए