सचिव, ग्राम्य विकास, सहकारिता, पशुपालन/नोडल अधिकारी केदारनाथ यात्रा व्यवस्था डाॅ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने आज गौरीकुंड से केदारनाथ तक पैदल चलकर यात्रा मार्ग में विभिन्न विभागों द्वारा केदारनाथ धाम में दर्शन करने आ रहे तीर्थ यात्रियों के लिए की गई व्यवस्थाओं एवं सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होने सोनप्रयाग में यात्रियों के किए जा रहे पंजीकरण का भी जायजा लिया। इसके बाद गौरीकुंड में यात्रा मार्ग में संचालित हो रहे घोड़े-खच्चरों के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने पशुपालन विभाग को निर्देश दिए हैं कि यात्रा मार्ग में किसी भी तरह से पशुओं के साथ कोई क्रूरता न हो इसके लिए जो टास्क फोर्स तैनात की गई है वह अपने दायित्वों का निर्वहन बड़ी कुशलता के साथ करें।
उन्होंने यात्रा मार्ग में पेयजल व्यवस्था, विद्युत व स्वास्थ्य सुविधाओं का भी जायजा लिया । उन्होंने जल संस्थान को निर्देश दिए हैं कि यात्रा मार्ग में घोड़े खच्चरो के लिए बनाए गए गर्म पानी की चरियो की निरंतर निगरानी करते हुए साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें। इस दौरान उन्होंने यात्रा मार्ग में संचालित हो रहे मेडिकल केन्द्रों में चिकित्सा सुविधाओं का भी जायजा लिया तथा सभी आवश्यक दवाईयां प्रयाप्त में रखने के निर्देश दिए। सचिव डॉ पुरुषोत्तम ने यात्रा मार्गों में तैनात किए गए जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, एनडीआरएफ व वाईएमएफ के जवानों से वार्ता कर यात्रा व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि सभी विषम कठिन परिस्थितियों में अपने दायित्वों का निर्वहन सेवाभाव से करें ।
उन्होंने कहा कि दर्शन करने आ रहे तीर्थ यात्रियों के साथ मधुर एवं सौम्य व्यवहार रखें तथा सभी अधिकारी एवं कर्मचारी आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। यात्रा मार्ग में किसी यात्री को किसी प्रकार की कोई परेशानी होती है तो उसकी तत्काल सहायता करें। उन्होंने सुलभ इंटरनेशल को निर्देश दिए हैं कि यात्रा मार्ग की साफ-सफाई व्यवस्था के साथ यात्रा मार्ग में स्थापित सुलभ शौचालयों की निरंतर सफाई व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ताकि किसी भी तीर्थ यात्री को कोई असुविधा न हो। उन्होंने यात्रा मार्ग में सुरक्षा व्यवस्था में लगे जवानों को निर्देशित किया कि केदारनाथ धाम में पल-पल मौसम खराब होने व बर्फवारी होने की स्थिति में भैरों ग्लेशियर व कुबेर ग्लेशियर में तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाए। इस दौरान उन्होंने तीर्थ यात्रियों से भी वार्ता की तथा यात्रा व्यवस्थाओं की जानकारी ली।